जरूरतमंदों की सहायता में उतरी एमआरपीएल
एमआरपीएल की सीएसआर पहल के चलते हजारों प्रवासियों और निराश्रितों को भोजन की प्राप्ति
एमआरपीएल अपने सीएसआर फंड के माध्यम से हजारों प्रवासी मजदूरों, निराश्रित और असहाय परिवारों को चावल मुहैया करवाया गया। कोविड-19 संकट के दौरान यह एक महत्वपूर्ण मदद साबित हुई है। अचानक लॉकडाउन प्रभावी होने से जिले में प्रवासी मजदूरों और निराश्रितों सहित हजारों लोग भूखे और असहाय स्थिति में पड़ गए थे। एमआरपीएल ने दक्षिण कन्नड के जिला प्रशासन के माध्यम से इन ज़रूरतमंद नागरिकों के लाभ हेतु 50,000 किलोग्राम चावल प्रायोजित किया।
दक्षिण कन्नड़ जिला पंचायत की 5 होबली को एमआरपीएल से किराने का किट मिला। दक्षिण कन्नड़ जिला पंचायत ने उन जरूरतमंद परिवारों की सूची की पहचान की जिन्हें कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान पैदा हुए संकट के कारण सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा था। ये परिवार जिले के 5 होबली जैसे मंगलूरु –बी, गुरुपुरा, सुरत्कल, मुल्की तथा मूडबिद्री से संबंधित हैं।
दक्षिण कन्नड़ के एक प्रमुख उद्योग एमआरपीएल ने इन ज़रूरतमंद परिवारों हेतु किराना किटों को प्रायोजित किया जिसमें उबले हुए चावल, तूर दाल, रवा, चीनी और चायपत्ती शामिल हैं।
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