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श्री संजय वर्मा ने एमआरपीएल के, जो एक मिनी रत्‍न - श्रेणी 1, अनुसूची ए, ओएनजीसी की सहायक कंपनी है,  निदेशक रिफ़ाइनरी के रूप में कार्यग्रहण किया.  एमओपी एण्‍ड एनजी, भारत सरकार ने अपने आदेश दिनांक 9.6.2020 के जरिए श्री संजय वर्मा को तत्‍काल प्रभव  से निदेशक रिफ़ाइनरी के रूप में नियुक्‍त किया है.

 

श्री संजय वर्मा को पेट्रोलियम परिष्करण, पेट्रोकेमिकल्‍स और उर्वरक क्षेत्रों में 30 वर्षों का नाना प्रकार का अनुभव है.  इन्‍होंने परियोजना प्रचालन, उपयोगिताओं, सामग्री और HSE में विविध कार्यात्‍मक क्षेत्रों में अनुभव के साथ एमआरपीएल मंगलूरु में 25 वर्ष से अधिक सेवा प्रदान की है.  ये, पिछले दो वर्षों से समूह महा प्रबंधक  (प्रभारी रिफ़ाइनरी) के रूप में काम कर रहे थे.  ये, मंगलूर STP लि. (MSTPL) के बोर्ड पर एमआरपीएल के नामिती निदेशक रहे.  ये, उस निदेशक/कार्यकारी समिति के सदस्‍य हैं जिसे नाज़ुक रिफ़ाइनरी प्रचालन प्रबंधन से जुड़े फैसले करने का अधिकार दिया गया है.

 

 

श्री संजय वर्मा ने एमआरपीएल के, जो एक मिनी रत्‍न - श्रेणी 1, अनुसूची ए, ओएनजीसी की सहायक कंपनी है,  निदेशक रिफ़ाइनरी के रूप में कार्यग्रहण किया.  एमओपी एण्‍ड एनजी, भारत सरकार ने अपने आदेश दिनांक 9.6.2020 के जरिए श्री संजय वर्मा को तत्‍काल प्रभव  से निदेशक रिफ़ाइनरी के रूप में नियुक्‍त किया है.

 

श्री संजय वर्मा को पेट्रोलियम परिष्करण, पेट्रोकेमिकल्‍स और उर्वरक क्षेत्रों में 30 वर्षों का नाना प्रकार का अनुभव है.  इन्‍होंने परियोजना प्रचालन, उपयोगिताओं, सामग्री और HSE में विविध कार्यात्‍मक क्षेत्रों में अनुभव के साथ एमआरपीएल मंगलूरु में 25 वर्ष से अधिक सेवा प्रदान की है.  ये, पिछले दो वर्षों से समूह महा प्रबंधक  (प्रभारी रिफ़ाइनरी) के रूप में काम कर रहे थे.  ये, मंगलूर STP लि. (MSTPL) के बोर्ड पर एमआरपीएल के नामिती निदेशक रहे.  ये, उस निदेशक/कार्यकारी समिति के सदस्‍य हैं जिसे नाज़ुक रिफ़ाइनरी प्रचालन प्रबंधन से जुड़े फैसले करने का अधिकार दिया गया है. 

श्री संजय वर्मा, सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज, जबलपुर के इंजीनियरिंग (मैकेनिकल) स्नातक हैं.  एमआरपीएल में कदम रखने से पहले इन्‍होंने प्रतिष्ठित संगठनों में सेवा की जैसे इंडो गल्‍फ़ फ़र्टिलाइज़र्स, उत्तर प्रदेश  और रिलाएंस इंडस्‍ट्रीस लि. (पेट्रोकेमिकल प्रभाग) हजीरा, गुजरात. 

इन्‍होंने एमआरपीएल के आरंभ के समय 14 दिसंबर 1993 को एमआरपीएल में कदम रखा और  फेज  I, II एवं III रिफ़ाइनरी विस्‍तार में बखूबी भूमिका निभाई.  एमआरपीएल में अपने प्रारंभिक चरण में इन्‍होंने एमआरपीएल शिफ़्ट प्रबंधक (RSM), कैप्टिव विद्युत संयंत्र और उपयोगिताएं के प्रमुख के रूप में काम किया और ऊर्जा बचाने एवं विश्वसनीयता पर ध्‍यान देने वाली रिफ़ाइनरी उत्‍पादन योजना का नेतृत्‍व किया. 

समप्र (एचएसई और आईएसओ) के रूप में अपने कार्यकाल में इन्‍होंने मौसम में परिवर्तन और पर्यावरण के अन्‍य प्रभावों के कारण उभरते हुए व्यावसायिक जोखिम से निपटने पर अधिक बल दिया.  इन्‍होंने नवंबर 2017 में एमआरपीएल के लिए ISO 2015 और OHSAS 18001:2007 प्रमाणीकरण दिलाने में अगुवाई की. इन्‍होंने रिफ़ाइनरी की स्थिरता के लिए लाभ, लोग और ग्रह की तिगुनी आधार-रेखा पर ख़ास बल दिया.  इनके अधीन प्रभावशाली पर्यावरण प्रबंधन की बदौलत रिफ़ाइनरी को कई पर्यावरण संबंधी पुरस्‍कार मिले हैं. 

सामग्री विभाग में, इन्‍होंने आपूर्ति चेन एकीकरण का संरेखण करने के लिए काम किया और भारत सरकार की तमाम नीतियों एवं योजनाओं को अमल में लाना सुनिश्चित किया.  इन्‍होंने पारदर्शिता और ई-प्रोक्यूरमेंट का अधिकतम उपयोग करने पर जोर दिया.  इनके कार्यकाल में, एमआरपीएल ने 2017 से सफलता से GST लागू किया.

परियोजना की बागड़ोर संभालते हुए इन्‍होंने पर्यावरण संबंधी मंजूरी पाने और चलती रही BS-VI परियोजना का क्रियान्‍वयन करने में महतर भूमिका निभाई.  इन्‍होंने फेज  IV रिफ़ाइनरी विस्‍तार के लिए प्रारंभिक रणनीतियां बनाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई क्‍योंकि इन रणनीतियों का मक़सद रहा है मूल्‍य वर्धित कार्बन चेन पेट्रोकेमिकल्‍स का उत्‍पादन करना.

इनके दक्ष नेतृत्‍व के लक्षणों, रणनीतिपरक दूर दृष्टि, संकट प्रबंधन कुशलताओं और जोखिम उठाने की दक्षता की बदौलत उम्मीद की जाती है ये, एमआरपीएल को एक संधारणीय पथ पर ले जाएंगे.  इनके असीम अनुभव और नेतृत्‍व से परिपूर्ण क्षमताओं के आधार पर, हमें विश्वास है कि ये, भविष्य में चुनौतीपूर्ण समय में हमें उत्तुंग शिखर तक ले जाएंगे. 

 

श्री शशि शंकर, अध्‍यक्ष और श्री एम वेंकटेश, प्रबंध निदेशक ने वीडियो कान्‍फरेंसिंग के जरिए 10.6.2020 को संपन्न बोर्ड की बैठक के दौरान श्री संजय वर्मा को बधाई देते हुए निदेशक रिफ़ाइनरी के रूप में इनका स्वागत किया.