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मंगलूरु रिफाइनरी एण्ड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल) पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधीन एक अनुसूची “क” की ’मिनीरत्न कंपनी है जो एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम (सीपीएसई) है। एमआरपीएल कर्नाटक राज्य (भारत) के दक्षिण कन्नड़ जिले में मंगलूरु शहर के उत्तर में एक खूबसूरत इलाके में स्थित है। 15.0 एमएमपीटीए (मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष) की क्षमता की रिफाइनरी को जटिल द्वितीयक प्रसंस्करण इकाइयों और विभिन्न एपीआई के क्रूडों को संसाधित करने के लिए एक उच्च सामर्थ्य के साथ एक बहुमुखी डिजाइन प्राप्त कंपनी है जो विभिन्न प्रकार के गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन करती है।

एमआरपीएल की रिफाइनरी पेट कोक और पॉलीप्रोपाइलीन के साथ नेफ्था, एलपीजी, मोटर स्पिरिट, हाई-स्पीड डीजल, केरोसिन, एविएशन टर्बाइन फ्यूल, गंधक, ज़ाइलीन, बिटुमेन जैसे लगभग सभी प्रकारों के पेट्रोलियम उत्पादों का उत्पादन करने में सक्षम है।

एमआरपीएल का 440 केटीए नोवोलेन गैस-फेज पॉलीप्रोपालीन प्लांट जिग्लर नट्टा केटलिस्ट का उपयोग कर होमोपोलिमर ग्रेड के सभी प्रकारों के उत्पादन करने में सक्षम है।

एमआरपीएल एक एरोमैटिक कॉम्प्लेक्स का संचालन करती है, यह पेट्रोकेमिकल इकाई 0.905 एमएमटीपीए पैरा जाइलीन और 0.273 एमएमटीपीए बेंजीन का उत्पादन करने में सक्षम है। यह एरोमैटिक कॉम्प्लेक्स मंगलूरु विशेष आर्थिक क्षेत्र (MSEZ) में स्थित है तथा एमआरपीएल के साथ पूरी तरह से एकीकृत है।

एमआरपीएल के पास एनएमपीटी में दो कैप्टिव जेट्टी, सिंगल प्वाइंट मूरिंग सुविधा, व्हाइट ऑयल लोडिंग सुविधा, पेटकोक के लिए रेल वैगन लोडिंग साइलो और ट्रक लोडिंग साइलो हैं । कासरगोड (केरल), हिंदूपुर (आ.प्र.) और होसुर (त.न.) में एमआरपीएल के मार्केटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर डिपो हैं।

शेल एमआरपीएल एविएशन फ्यूल्स एंड सर्विसेज लिमिटेड (एसएमए) एमआरपीएल और निदरलैंड की रॉयल डच शेल पीएलसी की सहायक कंपनी, शेल गैस बीवी (शेल) के बीच 50:50 का संयुक्त उद्यम है जो राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइनों के लिए टरबाइन ईंधन (एटीएफ) बेचती है। एसएमए वर्तमान में एमआरपीएल रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स से एटीएफ खरीदता है और बेंगलुरु, गोवा, मंगलूरु , हैदराबाद, चेन्नई, कालीकट, मदुरै, त्रिची, कोयम्बटूर, और कन्नूर आदि विभिन्न हवाई अड्डों पर उसकी आपूर्ति करता है। एसएमए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर भारतीय वाहकों के ईंधन भरने संबंधी आवश्यकताओं की आपूर्ति करता है।

इतिहास

ओएनजीसी द्वारा मार्च 2003 में अधिग्रहण करने से पहले यह सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी मेसर्स हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) तथा मेसर्स आईआरआईएल एण्ड एसोसिएट्स (एवी बिरला ग्रुप) द्वारा प्रवर्तित संयुक्त उद्यम ऑइल कंपनी थी। एमआरपीएल की स्थापना 1988 में की गई थी जिसकी प्रारंभिक प्रोसेसिंग क्षमता प्रतिवर्ष 3.0 मिलियन मेट्रिक टन थी। जिसे बढा़कर वर्तमान में 15 मिलियन मेट्रिक टन प्रतिवर्ष किया गया। रिफाइनरी ने 24 से 46 एपीआई ग्रैविटी वाले लाइट से भारी तथा सोर से स्वीट क्रूडों को प्रोसेस करने की क्षमता युक्त मिडिल डिस्टलेटों को बढ़ाने की दिशा में कल्पना की। 28 मार्च 2003 को ओएनजीसी ने ए.वी.बिरला की पूरी हिस्सेदारी (शेयर होल्डिंग) को अधिग्रहीत कर लिया । इसके अतिरिक्त रु.600 करोड़ की इक्विटी पूंजी लगाई। इस तरह से एमआरपीएल, ओएनजीसी का अधिकतम शेयरधारण वाली सहायक कंपनी बन गई।